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## Tomorrow market prediction| Nifty Prediction| Bank Nifty Tomorrow| Monday Market Prediction ### Chapter मार्केट के बारे में चर्चा करते हुए, लेख में बताया गया है कि वर्तमान में कई महत्वपूर्ण अपडेट हैं जो बाजार पर प्रभाव डाल सकते हैं। ग्लोबल मार्केट की स्थिति, विशेषकर अमेरिका और चीन के हालात, भारतीय बाजार के लिए महत्वपूर्ण हैं। चीन में बाजार में गिरावट का डर है, जो भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है। निफ्टी और बैंक निफ्टी के लिए मीडियम से लेकर माइल्ड बियरिश रुख देखा जा रहा है। ऑप्शंस में भी मीडियम बियरिश स्थिति है, जबकि रिटेलर्स के बीच बुलिश रुख है। निफ्टी के 24000 से 24500 के बीच ब्रेकआउट की संभावना पर चर्चा की गई है। इसके अलावा, सेक्टर रोटेशन की बात भी की गई है, जिससे बाजार में नई पोजीशन बन सकती है। अगले भाग में लेवल्स पर ध्यान देने की बात की जाएगी, जो कल के लिए महत्वपूर्ण होंगे। ### Chapter मार्केट की चर्चा में निफ्टी के चार्ट पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जहां 24150 का लेवल महत्वपूर्ण बताया गया है। इस लेवल के ऊपर सस्टेन करने पर निफ्टी के लिए सकारात्मक संकेत मिल सकते हैं।

Tomorrow market prediction| Nifty Bank Nifty || 21 October


## मुहूर्त ट्रेडिंग Announce🔥FIIS पोजिशन🚨 रिटेल को खतरा । Tomorrow market prediction| Nifty Bank Nifty



मार्केट के हालात पर चर्चा करते हुए, अक्टूबर में होने वाले महत्वपूर्ण ट्रेडिंग मोर की जानकारी साझा की गई है, जिसमें 1 नवंबर को होने वाले सत्र का समय 6 बजे से 7 बजे तक रखा गया है। इसके बाद साप्ताहिक अपडेट्स का भी जिक्र किया गया है, जिसमें कई प्रमुख कंपनियों के क्वार्टर रिजल्ट्स आने वाले हैं, जैसे आईसीआईसी बैंक, आईटीसी और बजाज फाइनेंस। इन रिजल्ट्स के मार्केट पर गहरा प्रभाव पड़ने का अनुमान है। निफ्टी और बैंक निफ्टी के बारे में भी जानकारी दी गई है कि एफआईआई के दृष्टिकोण के अनुसार निफ्टी मीडियम बियरिश है जबकि बैंक निफ्टी मीडियम बुलिश देखा जा रहा है।

बैंक निफ्टी में हालिया उछाल के पीछे एचडीएफसी और कोटक बैंक के सकारात्मक रिजल्ट्स का हाथ है, जिससे एक महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस स्तर बन गया है। मिडकैप निफ्टी के बारे में हल्की बुलिशता सामने आई है। ऑप्शंस मार्केट में कुछ गतिविधियाँ देखने को मिली हैं, जहां कॉल ऑप्शंस विख्यात हैं और प्रोफेशनल ट्रेडर्स का नजरिया बुलिश है। रिटेलर्स के दृष्टिकोण में भी एक स्ट्रांग बुलिश दृष्टिकोण सामने आया है, लेकिन इंडेक्स ऑप्शंस पर उनका नजरिया बियरिश है। 

हांलांकि, मार्केट में चाइना और इंडिया के बीच चल रही आर्थिक प्रतिस्पर्धा पर भी चर्चा हुई है। बाजार में एफआईआई और डीआई के बीच प्रतिस्पर्धा का प्रभाव देखने को मिल रहा है। कुछ लेवल्स के बारे में भी विचार किया गया है जो कि अगले भाग में और विश्लेषण के साथ सामने आएंगे।

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सिक्स मंथ का डाटा प्रस्तुत करते हुए यह जानकारी दी गई है कि एफआईआई ने पिछले छह महीनों में लगभग 80,000 करोड़ की सेलिंग की है, जबकि डीआईआई ने इसी अवधि में करीब 75,000 करोड़ की बाइंग की है। एफआईआई की सेलिंग विशेष रूप से मई, अगस्त, और अक्टूबर में देखी गई है, जबकि डीआईआई ने लगातार बाइंग की है, जिसमें जुलाई का महीना थोड़ा कमजोर रहा। अगस्त के बाद, डीआईआई का बाइंग मोमेंटम काफी बढ़ गया है, जिससे मार्केट में सकारात्मकता आई है।

अक्टूबर सीरीज में बाइंग के आंकड़े कुछ खास रहे हैं, जहां 3 से 8 तारीख को डीआईआई ने भारी बाइंग की है। इसके बाद 9 तारीख से एक स्थिरता आई, जहां 3,000 से 4,000 करोड़ के बीच की बाइंग देखी गई। हालाँकि, 17 और 18 तारीख को फिर से डीआईआई ने करीब 55,000 करोड़ की बाइंग शुरू की है। ये आंकड़े यह बताते हैं कि एफआईआई जितना बेच रहा है, डीआईआई उतना ही खरीद रहा है, जो कि मार्केट के लिए महत्वपूर्ण है।

इसके पश्चात, निफ्टी के संभावित स्तरों पर चर्चा की गई है। निफ्टी का इमीडिएट सपोर्ट लेवल 24,800 और 24,600 है, वहीं 25,000 एक महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस लेवल है। अगर यह स्तर टूटता है, तो 25,250 का अगला रेजिस्टेंस देख सकते हैं। इसके अलावे, बैंक निफ्टी में 52,000 का स्तर अहम है, जहां ऊपर सस्टेन करना बुल्स के लिए महत्वपूर्ण होगा। 51,000 का स्तर बियर्स के लिए ध्यान देने योग्य रहेगा। 

52000 से 52,300 के बीच का स्तर इमीडिएट रेजिस्टेंस बन सकता है, जबकि सपोर्ट लेवेल्स 51,800 और 51,500 के आस-पास हैं। इस तरह के आंकड़े और लेवल्स अगले ट्रेडिंग सेशन में मार्केट की दिशा तय करने में मदद करेंगे।

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चार्ट पर नजर डालते हुए निफ्टी के महत्वपूर्ण लेवल्स की चर्चा की गई है। सबसे पहले 24,800 का लेवल जानने योग्य है, जो मार्केट के स्ट्रक्चर में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यदि निफ्टी इस लेवल के ऊपर 9:15 बजे के बाद खुलता है तो यह बुल्स के लिए सकारात्मक संकेत होगा। इसके नीचे आने का मतलब बियर्स के लिए एक मौका होगा, और मार्केट 24,736 तक जा सकता है। यदि निफ्टी 24,736 के नीचे जाता है तो नई विंडो 24,667 और 24,662 तक खुल सकती है, जहां सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। 

24600 और 24500 का लेवल महत्वपूर्ण सपोर्ट बनता है, क्योंकि यहां लिक्विडिटी का निर्माण हुआ है। यह निफ्टी के विकास में एक ट्रिगर के तौर पर कार्य कर सकता है। ऊपरी तरफ 24,800 से 24,900 की रेंज को निगरानी में रखना जरूरी है, क्योंकि इस क्षेत्र में ट्रैपिंग का मूव संभव है। यदि 24,900 के ऊपर मार्केट सस्टेन करता है, तो यह 24,975 और 25,036 तक बढ़ सकता है। 

इस दौरान, अगर मार्केट उपरी स्तरों से नीचे की ओर आता है और नकारात्मक प्राइस स्ट्रक्चर बनाता है, तो सेलर्स पुनः मार्केट को नीचे लाने का प्रयास कर सकते हैं। 25,000 के ऊपर बने रहना प्राइस राइटर्स के लिए चुनौती बन सकता है। इस प्रकार, 25,550 से 25,575 का लेवल भी लगातार ध्यान में रखने योग्य रहेगा।

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मार्केट में आगे बढ़ने के लिए बैंक निफ्टी को 52 के स्तर को पार करना आवश्यक है। यदि यह स्तर बनाए रखा जाता है, तो संभावित लक्ष्य 52,318 तक पहुंच सकता है। इसके लिए 52,210 और 52,255 के स्तरों पर निगरानी रखना महत्वपूर्ण है। यदि मार्केट इन स्तरों के नीचे जाता है, तो downward momentum 51,124 तक देखे जा सकते हैं। 

इस दौरान, व्यापारी को सावधानी बरतते हुए 100-200 पॉइंट की वोलाटिलिटी का सामना करना पड़ सकता है। अगर कोई अचानक डेटा परिवर्तन होता है, तो इसके प्रभाव से मार्केट में बदलाव आ सकता है। इसीलिए व्यापारियों को डेटा अपडेट्स के साथ जुड़े रहना जरूरी है। 

यदि मार्केट 52,365 से 52,560 के दरम्यान स्थिर रहता है, तो यहां और अधिक अवसर खुल सकते हैं, लेकिन 52,560 से 52,51 के आसपास सावधानी बरतनी होगी। नीचे की सीमा 51,145 तक बढ़ सकती है, जिस पर बुल्स का नियंत्रण रहने का अनुमान है। इसलिए व्यापारी को अपनी क्वांटिटी सीमित रखते हुए सावधानी से व्यापार करना होगा। 

जैसे ही कोई लेवल परिवर्तन होता है, वह ताज़ा जानकारी के लिए व्यापारियों को तुरंत दी जाएगी। सभी को अपने काम में सावधानी बरतने और अपने निवेश को सुरक्षित रखने की सलाह दी गई है।

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