तेरी चाहत मे पार्ट (24) Love story // hindi storie / hindi kahani // stories | Hindi story // story // Love kahani
Lovestory 24
आरव ने निशा को नंबर अपने फोन में ढूंढना शुरू किया। निशा ही एक थी जो अब बेला के बारे में उसे बता सकती थी। इसलिए उसने निशा का नंबर ढूंढ कर उसे मैसेज किया।
आरवः: निशा प्लीज मुझे बताओ क्या बेला तुम्हारे साथ है ?
निशा किचन में थी और वह ज्यूस बना रही थी। ज्यूस बेला के लिए ही था। जब उसके मोबाइल पर मैसेज टोन बजी। तब उसने मोबाइल की तरफ ध्यान दिया। आरव का मैसेज देखकर उसने पढ़ना शुरू किया। वह बेला के बारे में पूछ रहा है। यह सुनकर उसे बहुत गुस्सा आया और उसके मुंह से निकला "बदतमीज आदमी... मैं कभी तुम्हें नहीं बताऊंगी कि बेला कहां है?" यह कहकर निशा ने आरव का नंबर ब्लॉक कर दिया। वह बाहर बेला के पास आ गई। बेला के हाथ में जूस का ग्लास देकर उसने बेला से पूछा,
निशाः: क्या तुम अब ठीक महसूस कर रही हो? तुम्हें इतनी देर तक इंतजार करने की कोई जरूरत नहीं थी। बेला मुझे पता था वह कभी नहीं आएगा।
बेलाः: पता नहीं क्यों वह नहीं आएं? मेरे इतनी बार बताने के बाद आरव सर कोर्ट नहीं आएं। मुझे लगता है जरूर वह किसी जरूरी काम में फंस गए होंगे।
निशाः: बेला तुमने जॉब पर रिजाइन कर दिया है और तुम अपनी शादी भी तोड़ने चली हो। तुम श्योर हो कि तुम्हें आरव को अपनी प्रेगनेंसी के बारे में कुछ नहीं बताना।
बेलाः: हां मैं मैं श्योर हूं निशा। अगर मैं उन्हें बता दूंगी कि मैं प्रेग्नेंट हूं तो वह बच्चे की पूरी जिम्मेदारी अपने सिर पर ले लेंगे। वह एक अच्छी पिता बनकर दिखाएंगे। मैं जानती हूं। क्योंकि वह अपना हर काम बड़ी शिद्दत से करते हैं। लेकिन फिर
मेरा कोई वजूद नहीं रह जाएगा और हम ऐसे रिश्ते में बंध कर रह जाएंगे जिसमें प्यार नहीं है। में ऐसा कभी नहीं चाहती। अगर वह किसी और को चाहते हैं, तो मैं जबर्दस्ती सिर्फ इस बच्चे की खातिर उन्हें अपने साथ इस शादी को निभाने के लिए नहीं कह सकती। में ऐसा कभी नहीं करूंगी। चाहत दिल से किसी एक से की जाती है।
निशाः: डॉट वरी मैंने तुम्हें पहले ही कहा में तुम्हारे साथ इस बच्चे की पूरी जिम्मेदारी लुंगी। जब मैं अपने बिल्लियों को अपने बच्चों की तरह पाल सकती हूं। तो तुम्हारे बच्चे को भी अपना बेटा समझ कर पाल लूंगी। तुम फिक्र मत करो।
बेला :: मैं जानती हूं निशा तुम मेरी सच्ची सहेली हो। तुम हर कदम पर हर मोड़ पर मेरा साथ दोगी। लेकिन में तुम पर बोझ नहीं बनना चाहती और में जानती हूं अगर मैं यहां पर हूं। तो यह समाज मेरे घर वालों आरव के घर वाले, खुद आरव सर मुझे परेशान करने के लिए यहां हमेशा आते रहेंगे। इसलिए मैंने इस शहर को छोड़ने का भी फैसला कर लिया है।
निशाः: यह तुम क्या कर रही हो बेला? मैंने ऐसा तो नहीं सोचा था कि, तुम यहां तक पहुंच जाओगी। बेला यह सही नहीं है। तुम यह शहर छोड़ कर नहीं जा सकती। तुम अकेले अपने बेबी को कैसे पालोगी? मुझे एक और बात करनी है, तुम अभी बहुत यंग हो। क्या सच में तुम इस बच्चे को जन्म देना चाहती हो ?
बेलाः: ऐसा मत कहो निशा। हर बच्चा खास होता है। हर बच्चा भगवान की देन होती है। हम उसे नहीं चुनते वह हमें चुनता है। और उसने मुझे चुना है। तुम जानती हो मां के पेट में जब एक बार बच्चा आ जाता है, तो वह मां से ऐसे जुड जाता है। जैसे वह उससे कभी अलग ना होना चाहता हो। यह मेरे अंदर अब सांसें ले रहा है। और हमारी बातें भी सुन रहा है। ऐसा तुम कहोगी तो वह तुम्हें बुरी मासी कहेगा। और तुम जानती हो, मुझे बच्चे कितने पसंद है। मैं उसे पालना चाहती हूं।
निशाः: अगर तुमने जाने का सोच लिया है और इस बच्चे को अपनाने का सोच लिया है। तो मैं तुम्हें रोक नहीं सकती। लेकिन क्या तुमने आरव के मम्मी पापा से बात की। तुम्हें अपनी मम्मी पापा से बात की? क्या तुमने उन्हें इस बारे में बताया है?
बेलाः: मैंने अभी तक किसी को कुछ भी नहीं बताया। निशा तुम्हें क्या लगता है अगर मैं अपनी प्रेगनेंसी के बारे में उन्हें बता दूंगी। तो क्या वह लोग मुझे यहां से जाने देंगे। कभी नहीं..। इसलिए मैं उन्हें बताना नहीं चाहती। मेरे जाने के बाद उन्हें पता चल ही जाएगा कि, हम दोनों का डिवोर्स हो चुका है।
निशाःः सबकी छोड़ो। मैं तुम्हें नहीं जाने दूंगी। मैं कैसे रहूंगी तुम्हारे बगैर। में जानती हूं तुम्हें एक नये स्टार्ट की, एक नए माहौल की सख्त जरूरत है। लेकिन
फिर भी मैं तुम्हें नहीं जाने देना चाहती। वैसे तुम कहां जा रही हो ?
बेलाः: मैं मुंबई जा रही हूं। वहां मुझे पहचानने वाला कोई नहीं होगा और वहां पर मेरी जैसी लड़कियों को, जो अकेली मां बनती है। कोई सवाल करने वाला नहीं होगा। कोई बदनामी नहीं होगी और अब तो हमारे यहां का ट्रांसपोर्ट सिस्टम कितना बदल चुका है। तुम्हें जब भी मेरी याद आएगी, तुम मुझे मिलने वहां पर आ सकती हो। मैं जानती हूं तुम मुझसे मिलने वहां पर आओगी। है ना।
निशाः: कुछ भी हो में तुम्हें नहीं जाने देना चाहती। बेला क्या तुम यहीं पर रह नहीं सकती। छोड़ो तुमसे बात करके कोई फायदा नहीं है। तुम मेरी कुछ कोई बात नहीं सुनने वाली मैं जानती हूं। कब जा रही हो तुम ?
बेलाः: मैंने ऑलरेडी नागपुर से मुंबई के लिए प्लेन टिकट खरीदी है। मैं परसों मुंबई के लिए निकल रही हूं।
निशा की आंखों में आंसू आ गए। उसे अपनी दोस्त का दूर जाना सहन नहीं हो रहा था। वह बातें करते-करते ही रो रही थी। बेला ने उसके आंसू पोंछते हुए कहा,
बेलाः: मैं वहां से हर रोज तुम्हें फोन करूंगी। हम घंटों तक बातें करेंगे और में तुम्हें बच्चे की ग्रोध के बारे में बहुत सारी कहानी सुनाऊंगी। अपना बड़ा हुआ पेट दिखाऊंगी और जब भी नई डिश बनाऊंगी तब सबसे पहले तुम्हें फोन करूंगी।
निशाः: ज्यादा मस्का लगाने की जरूरत नहीं है। जाने से पहले मैं तुम्हारे लिए डिनर बनाऊंगी उसे खा कर जाना। और मुझे बैंक यू बोलने की जरूरत नहीं है, में अब भी तुमसे गुस्सा हूं। मैं यह तुम्हारे लिए नहीं कर रही। में यह बच्चे के लिए कर रही हूं। नहीं मेरे स्वीट बेबी के लिए कर रही हूं।
Thanks all friend
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