तेरी चाहत मे पार्ट (19) Love story // hindi storie / hindi kahani // stories | Hindi story // story // Love kahani
Lovestory 19
सीढ़ियों से उपर आने पर उसने उस लड़की को ढूंढा पर वह पता नहीं कहाँ गायब हो गई थी!!! उसने एंप्लॉई की तरफ जाकर देखा तो वह लड़की वहाँ भी नहीं थी!! आरव ने देखा शेखर जी काम कर रहे हैं तो वह उनके पास चला गया!! "क्या अद्वैत यहाँ आया था शेखर जी???" आरव के पूछने पर शेखर जी ने कहा.. "नहीं.. वह तो बहुत देर से यहाँ नहीं है!!!" आरव फिर हर्ष की केबिन की तरफ आ गया!! जैसे ही उसने दरवाजा खोला उसे.. हर्ष की चेयर पर अद्वैत दिखा जो लैपटॉप पर काम कर रहा था!!! और हर्ष उसके पास खड़ा था!!! दोनों ने हैरानी से आरव की तरफ देखा!! "आरव तुम यहाँ????"
आरवः: अद्वैत तुम यहाँ कब आएं???
अद्वैतः: मि. आरव में तो दो घंटों से यहीं काम कर रहा हूं!! क्या हुआ??? कोई प्रोब्लम है क्या???
आरवः: हर्ष क्या यह सच कह रहा है!!
हर्षः: हाँ!!! वह क्या है ना... मुझे इसकी मदद की जरूरत थी.. इसलिए मैंने उसे यहाँ बुलाया था!!
आरव ने खोला हुआ दरवाजा फिर बंद कर दिया!!! आरव अपने केबिन की तरफ आया!! "मुझे कोई भ्रम नहीं हुआ है!! वह लड़की ऑफिस आई थी..!! और आज तक में उसे पीछे से ही देखते आया हूं.. तो मुझे पता है.. यह वही भालू के.. की चैन वाली लड़की है!! बहुत हो गई.. आंख मिचौली.. अब मैं तुम्हें सामने लाकर रहूंगा!!!"
बेला ने धीरे से अपना बैग टेबल के नीचे खिसका दिया अपने पैर से !!! आरव के जाते ही दोनों ने गहरी सांस ली!! "हर्ष सर आज फिर आपने मुझे बचा लिया !!! पर इसतरह मि. आरव से झूठ बोलकर मुझे अच्छा नहीं लग रहा!!!"
हर्षः: अच्छा तो मुझे भी नहीं लग रहा!! पर क्यूं कर सकते हैं!!! उसे पता चला तो वह बहुत नाराज़ होगा!!!
राधा जी बस स्टॉप पर खड़ी बस के आने का इंतजार कर रही थी!! लेकिन अभी तक बस आई नहीं थी तो उन्होंने बैग में हाथ डालकर अपना फोन निकालना चाहा.. पर फोन की जगह उनके हाथ लगा बेला का आई डी कार्ड..!! जिसपर बेला की फोटो नहीं थी!! और यह कोई आम आई डी कार्ड नहीं था!! इस पर भी कोडिंग थी!! यह कंप्यूटर से बना हुआ था!! और मशीनों की भाषा ही जानता था !! राथा जी ने उस आई डी की तरफ देख कहा.." लो जिस काम के लिए आई थी.. उसे देना तो भूल ही गई!!!" वह बस स्टॉप से वापस बेला के ऑफिस चली आई!! ऑफिस के यहाँ आने पर उन्होंने रिसेप्शनिस्ट के पास जाकर प्रोग्रामिंग डिपार्टमेंट में जाने की बात कही!! पूजा ने उनसे पूछताछ शुरू की !!
पूजाः: मैम किससे मिलना है आपको???
राधा जीः: मेरी बेटी प्रोग्रामिंग डिपार्टमेंट में काम करती है!! उसका नाम बेला पंवार है!!
पूजाः: देखिए मैम !! आपको कोई गलतफहमी हुई है।। यहाँ बेला पंवार नाम की कोई लड़की काम नहीं करती.. वह भी प्रोग्रामिंग डिपार्टमेंट में !! वहाँ तो लड़कियों को एंट्री नहीं है!!!
राधा जीः: ऐसा कैसे हो सकता है मैंने अभी उससे बात की!! वह मुझसे अभी लंच बॉक्स लेकर उपर गई है!! में उसे उसका आई डी कार्ड वापस देने आई थी !! जरा तुम अपनी मशीन में चेक करो !!
पूजा ने आई डी कार्ड मशीन में लगाया तो वहाँ पर एंप्लॉई की इंफॉर्मेशन आ गई!! जहाँ लिखा था.. अद्वैत पवांर और जेंडर मेल!!! जिसे देख राधा जी के होश उड़ गए !! राधा जी को बहुत बडा शॉक लगा!!! उन्होंने बाहर आकर जल्दी से बेला को फोन लगाया!! बेला अपने डेस्क पर काम कर रही थी!! मम्मी का फोन देख उसने अपने बाल नोंच लिए!!" आज मम्मी मुझे मारकर ही दम लेंगी" कहकर उसने फोन उठा लिया!!
राधा जीः: बेला अभी के अभी मुझे घर पर आकर मिलो।। मुझे तुमसे बहुत जरूरी बात करनी है!!!
बेला :: अभी आती हूं मम्मी !!!
बेला ने फिर जाकर चेंज किया !! और वह पैदल ही निकल पड़ी!!! कांच की दिवार से आरव बेला को फिर पीछे से देख रहा था!! अपने हाथ में पकड़ा भालू का की चैन उसने कस लिया था!!! बेला जब घर पहुंची तब उसकी मम्मी और पापा दोनों डायनिंग टेबल पर बैठे उसका ही इंतजार कर रहे थे!!! बेला ने पापा की तरफ देख इशारा किया.. की क्या हुआ है??? तो वह चुप हो गए !!! और ना में सिर हिलाया !!! बेला को देखकर उसकी मम्मी शुरू हो गई!! उन्होंने अपनी बैग से उसका आई डी कार्ड निकाल कर टेबल पर रख दिया।। "बेला.. देखो मैंने आज एक नयी तरकिब सीखी है!! मोबाइल से कयू आर कोड को स्कैन करना !! और ऐसा मैंने इस आई डी कार्ड के साथ किया.. तब पता है क्या हुआ??? यह इस एंप्लोई की पूरी जानकारी यहाँ मेरे मोबाइल पर आ गई!!!" बेला के हाथ पैर ठंडे पड़ गए थे सब सुनकर !!
"देखो तो.. यहाँ जो लड़का दिख रहा है!! वह बिल्कुल तुम्हारी तरह दिखता है!! और तो और लड़का हो कर तुम्हारी कंपनी में ही काम कर रहा है।। मुझे तो याद नहीं.. की तुम्हारे जैसा मेरा कोई बेटा भी है!! मुझे तो बस एक ही लड़की थी!! तुम्हें पता है क्या इस बारे में???"
"मम्मी.. कंप्यूटर में कोई एरर आ गया होगा!! इसलिए मेरे नाम की सारी इंफॉर्मेशन गलत दिखाई दे रही है!!! ऐसा कुछ नहीं है जो आप सोच रही हैं!!!"
"अच्छा तो दिखाओ बैग में क्या है????" कहकर राधा जी ने बेला की बैग खिंचनी शुरू की!! बेला ने पापा को आवाज लगाई..!!" पापा प्लीज मेरी मदद किजिए ना!!! बेला के पापा यानी मोहन जी ने राधा जी को पीछे से पकड़ लिया!! अब बेला एक तरफ और राधा जी दुसरी तरफ.. ऐसे बैग पकड़ कर खड़ी थी!!! दोनों ने खिंचना शुरू कर दिया था !! राधा जी कह रही थी.. "अरे आप मुझे क्यों खिंच रहे हैं??? बैग को खिचिए !!! इसी बैग में उसने कुछ छुपा रखा है!!" बेला ने पापा को सिर हिलाकर ना कहा!!! इस खिंचा तानी में बेला के बैग की चैन टूट गई!! और उसमें से सारा सामान बाहर आकर गिर गया !!! बेला
की वीग नीचे जमीन पर पड़ी उसे चिढ़ा रही थी।। उसने इतुसा मुंह बनाया हुआ था!! मोहन जी कूर्सी पर अपने सिर पर हाथ लगाकर बैठ गए थे!!! राधा जी भी जब उनके पास आकर बैठ गई तब उन्होंने उन्हें मसाज देना शुरू किया हाथों पर!!!
राधा जीः: तुमने हमसे झूठ बोला!! अगर आज मैं तुम्हारी कंपनी नहीं गई होती तो तुम हमें कभी कुछ नहीं बताती हैं ना!!
बेलाः: मम्मी वहाँ लड़का बनकर जाना मेरी मजबूरी थी।। मुझे नौकरी पाने के लिए झूठ बोलना पड़ा!!
राधा जीः: नौकरी मिल जाने के बाद तुम सबको सच बता सकती थी!! लेकिन तुमने ऐसा नहीं किया !!!
बेलाः: वहाँ सब मुझे लड़का समझते हैं अब !! अगर में उन्हें बताती की में लड़की हूं तो वह मुझे झूठी समझते !!
राधा जीः: वह तो तुम्हें अब भी समझेंगे।। बस एक वही कंपनी नहीं है नागपुर में!! तुम वहाँ रिजाइन करोगी!! समझी!!
बेलाः: मम्मी पर मुझे वहाँ काम करना अच्छा लगता है!! मैं वह जॉब नहीं छोड़ना चाहती!!
राधा जीः: वह मुझे कुछ नहीं पता!! अभी फोन करो और रिजाइन करो!! आप कुछ बोलेंगे या नहीं???
मोहन जीः: हाँ कर दो रिजाइन !! लेकिन अब तो सब घर चले गए होंगे!! क्यों ना
कल बता दें वह !!
राधा जीः: किसकी साइड पर हैं आप !! आपको इसे और बिगाड़ना है!! आज
इसने झूठ बोला है!! कल इससे भी बूरा होगा उसका इंतजार कर रहे हैं आप!!!
मोहन जीः: बेला अभी फोन करो !! और कहो में रिजाइन कर रही हूं!!
बेला :: पापा!!!
राधा जी:: अगर तुम फोन नहीं करोगी तो में कर लुंगी!! बताओ तुम्हारे फोन का
पासवर्ड क्या है???
बेला सुनकर नाराज हुई और अपने रूम में भाग गई!! उसने दरवाजे को लॉक
कर दिया!!! राधा जी ने फोन मोहन जी की तरफ र के कहा.." इसका पासवर्ड
बताइए!!"
मोहन जीः: तुम्हें लगता है मुझे पासवर्ड पता होगा !!!
राधा जीः: आप किसी काम के नहीं हो।। बेला.. सुन लो.. अगर कल तुम जाकर रिजाइन नहीं करोगी !! तो मैं तुम्हारे ऑफिस चली जाऊंगी !! और तुम्हारा सारा सच बता दूंगी फिर वह लोग खुद ही तुम्हें निकाल देंगे !!
मोहन जीः: उसके साथ इतना बुरा बर्ताव करना जरूरी है!!
राधा जीः: यह सब उसे हमसे झूठ बोलने से पहले सोचना चाहिए था !!! खाना खाने चलिए !!!
दोनों खाना खाने टेबल पर आ गए!! बेला अंदर दरवाजे के पास ही खड़ी थी।। "हे भगवान अब में क्या करूं???? मेरी इतनी सारी मेहनत जो मैंने उस गेम में लगाई है.. पूरी बेकार हो जाएगी!! नहीं में ऐसा नहीं होने दे सकती!! मुझे मम्मी को समझाना होगा!!!"
मोहन जी ने एक प्लेट में सब खाना लेना शुरू किया !! "राधा जी उन्हीं की तरफ देख रही थी !! यह क्या कर रहे हैं आप??? अपना खाना खाइए !!!"
मोहन जीःः पर उसे भी भूख लगी होगी!! तुम उसे भूखा रखना चाहती हो!!
राधा जीः: आप उसे बिगाड़ रहे हैं।। आपकी ही वजह से आज वह अपना जेंडर चेंज करती हुई फिर रही है!! कल और कुछ करेगी!! क्या हम कुछ नहीं है उसके
लिए!!! क्या इज्जत है उसकी नज़रों में हमारी !!!
मोहन जीः: वह कोई छोटी बच्ची नहीं है राधा!! बड़ी हो गई है!! उसे अच्छा बूरा
सब समझ आता है अब !! हमें उसकी जिंदगी में दखल नहीं देनी चाहिए। यह
उसकी जिंदगी है!! उसे पता है उसे क्या करना है!!!
राधा जीः: तो क्या माँ होने के नाते अब उसकी जिंदगी पर मेरा कोई अधिकार
नहीं!!! में उससे कुछ पूछ भी नहीं सकती!!
मोहन जीः: इसलिए तो कह रहा हूं!! तुम उसके साथ शांति से बात कर के देखो!!
वह तुमसे सच में बात करना चाहती हैं!! मैं सही कह रहा हूं ना बेला !!
बेलाः: अंदर रुम से ही!! हाँ पापा!! मैं मम्मी से बात करना चाहती हूं!! पर वह मेरी बात ही नहीं सुन रहीं।।
मोहन जीः: आओ बेला.. अपनी मम्मी से बात करो !!
बेला दरवाजा खोल कर बाहर आ गई!!! उसने मम्मी के पास आकर कहा !! " मम्मी में कल रिजाइन कर दूंगी !! "
"देखा मैंने कहा था न हमारी बेला समझदार है!!"
मम्मी आपको जोर से तो नहीं लगी!! मुझे माफ कर दिजिए !!! आप जैसा कहेंगी में वैसा ही करूंगी !!"
"मैं चाहती हूं तुम कल रिजाइन कर दो!!!"
बेलाः: मम्मी यह मेरी पहली जॉब है।। मैंने बहुत अच्छी गेम बनाई है.. पर वह अभी भी अधूरी है।। प्लीज़ मुझे उसे पूरी कर लेने दिजिए!! फिर मैं वहाँ रिजाइन कर ढुंगी !!
राचा जीः: तुम बातें बनाकर मुझे फंसाने आई हो है ना!!!
बेलाः: नहीं मम्मी !!! क्या आप यह चाहती हैं की मैं अपना काम आधा अधुरा छोड़कर आ जाऊं !!! मुझे बस एक हफ्ता दे दिजिए!! उस गेम के पूरे होते ही में वह जॉब छोड़ दूंगी !!!
मोहन जीः: बच्ची इतना कह रही है तो उसकी बात मान लो राधा.!!
राधा जीः: ठीक है सिर्फ एक हफ्ता!!! चलिए खाना खाइए!!
सब खाना खाने लगे और बेला ने चैन की सांस लीं!!! बेला ने दुसरे दिन ऑफिस में आकर गेम के उपर काम करना शुरू कर दिया!! जब थोड़ा समय मिलता तो यह मम्मी को क्या कहकर मनाए इस बारे में लिखने लगती!! उसे खोया हुआ देखकर शेखर जी और नैतिक उसके पास आकर खड़े हो गए।। नैतिक ने कहना शुरू किया.." क्या हुआ अद्वैत तुम कहाँ खोए हुए हो??? कोई प्रोब्लम है तो हमें बताओ!! हम उसे सुलझाने की कोशिश करेंगे!!!"
बेलाः: प्रोब्लम यह है की.. अगर आपके पैरेंट्स आपके किसी डिसिजन के खिलाफ
है तो उन्हें मनाने के लिए आपको क्या करना चाहिए !!
शेखर जीः: मुझे लगा ही था कोई ना कोई प्रोब्लम है!! तुम्हारे पैरेंट्स तुम्हारी
गर्लफ्रेंड को एक्सेप्ट नहीं कर रहे हैं ना???
बेला:: नहीं!!!
शेखर जीः: मेरी मम्मी भी मेरी वाईफ के साथ शादी करने के लिए नहीं मानी थी!! तो मैंने उन्हें बहुत समझाया था की.. ऐसे नहीं करते !!! वह मेरा प्यार है!!
बेला:: फिर ???
शेखर जीः: उसके बाद बड़ी मुश्किल से वह मानी थी।। और अब हम दोनों साथ हैं!!
बेला सब कुछ लिख रही थी!! फिर नैतिक ने कहा.. "तुम अपने पैरेंट्स को मनाओ!! ना माने तो दादा दादी को मनाओ!! अगर वह भी ना माने तो तुम्हें रास्ते से उठाकर लाया गया है यह बात कन्फर्म हो जाएगी!!" बेला ने घूरकर नैतिक को देखा... और उसके पास खड़े समीर और प्रतिक ने उसे एक एक चमाट लगाई !! यह कोई सोल्यूशन हुआ!! बेला अब अपने लैपटॉप की स्क्रीन की तरफ देखने लगी!! "अरे कोई तो बताओ मुझे कौन सा सोल्यूशन अपनाना चाहिए??"
आरव ने वहाँ कदम रखा तो सब अपनी अपनी सीट पर भाग गए थे!! आरव ने उसकी सीट घूमाई!! बेला के चेहरे के पास अपना चेहरा ले जाकर आरव ने पूछा.." किस चीज का सोल्यूशन चाहिए तुम्हें???" बेला उसकी तरफ देखती रही !!
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