मोहब्बत है सिर्फ़ तुम से पार्ट (273)/ hindi storie / hindi kahani // stories | Hindi story, love storyLove stories
पहले इश्क लड़ा लूँ उसके बाद लाउँगा
तेरे वास्ते फलक से मैं चाँद लाउँगा
सोलह सत्रह सितारे संग बाँध लाउँगा........
अमीषी बनी रूही बीच बीच में मुंह फुला लेती अमीषी की तरह और कुणाल उसे ब्लोक की तरह मनाने लगता। दोनों बिल्कुल ग्लोक और अमीषी की तरह लग रहे थे। दोनों को देखकर सब बहुत खुश थे और इंजॉय कर रहे थे। अमीषी तो मुंह खोले रूही को अपनी एक्टिंग करते हुए देख रही थी। वहां मौजूद सारी लड़कियों तो अमीषी की किस्मत पर जल-भुन गई।
पूरे डांस में रूही और कुणाल ने ऐसा कोई भी स्टेप नहीं किया जिससे सुमित या कल्पिता को बुरा लगे। दोनों ने इस चीज का खास ख्याल रखा था।
इधर श्लोक ने डरते हुए एक दो बार अमीषी के कंधे पर हाथ रखने की कोशिश की तो अमीषी ने गुस्से में श्लोक का हाथ झटक दिया। श्लोक का तो मुंह बन गया।
जैसे ही डांस परफॉर्मेंस खत्म हुई पूरा लॉन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। सबसे तेज तो श्लोक की ही ताली थी। सबसे ज्यादा खुश भी श्लोक ही था।
उसके बाद बड़े बड़े सुपरस्टार स्टार ने भी अपने अपने गानों पर डांस परफॉर्मेंस दिया। सबकुछ बिल्कुल किसी फिल्म की तरह ही था। अमीषी ये सब देखकर बहुत खुश थी। ये सबकुछ उसके सपने जैसा था। जिनको एक नजर देखना भी अमीषी और उसके परिवार के लिए बड़ी बात थी वो आज अमीषी की इंगेजमेंट पार्टी में शिरकत कर रहे थे। पूरी गर्ग फैमिली यही सोच रही थी कि इंगेजमेंट ऐसी है तो जाने शादी कैसी होगी?
पर पूरी पार्टी अमीषी श्लोक से मुंह ही फुलाई रही। डांस की इतनी शौकीन अमीषी ने गुस्से में डांस भी नहीं किया। श्लोक का बाकी लड़कियों से यूं गले लगना उससे बर्दाश्त नहीं हो रहा था। वो बाकी सबसे तो मुस्कुरा कर बात कर रही थी पर श्लोक की तरफ देख भी नहीं रही थी। पर अमीषी बस लड़कियों से ही बातें कर रही थी। प्रोटोकॉल के अनुसार कोई भी मर्द वैसे भी खुद से अमीषी के पास नहीं जा सकता था। बेचारे श्लोक की हालत तो अंदर ही अंदर खराब होती जा रही थी। अमीषी की इग्नोरेंस उससे बर्दाश्त नहीं हो रही थी। अमीषी का सबसे बात करना और उससे बात ना करना श्लोक को बहुत गुस्सा दिला रहा था।
आखिरकार जब ग्लोक से रहा नहीं गया तो उसने जबरदस्ती अमीषी को गोद में उठाया और बाहर खड़ी मीडिया के सामने जाकर खड़ा हो गया। मीडिया दोनों की तस्वीरें लेने लगी। इतने लोगों के सामने अमीषी कुछ कह भी नहीं सकती थी। वो भी मुस्कुराते हुए पोज देने लगी। श्लोक के पीछे पीछे उसकी फैमिली भी थी
#hindistory, #hindikahani, #kahani, #kahaniya, #stories
जिसमें अमृता भी शामिल थी। अमृता को देखते ही मीडिया में एक बार फिर बातें शुरू हो गई। सब खुसुर फुसुर करने लगे। तभी पीछे से गर्ग फैमिली भी आई।
"Everyone should question in their own capacity. (सभी अपने औकात में ही प्रश्न पूछें)!" श्लोक की एक रौबदार आवाज वहां गूंजी।
ब्लोक की बात सुनकर मीडिया में बिल्कुल शांति छा गई और सब एक दूसरे का मुंह देखने लगे। सब जानते थे कि एक ग़लत सवाल ना केवल उनका करियर बल्कि उनकी जिंदगी भी खत्म कर सकता है।
सभी रिपोर्टरों ने अपने माथे पर आए पसीने को पोंछा और ग्लोक और उसके पूरे परिवार की तस्वीरें लेने गए। साथ उनसे सवाल भी करने लगे।
"सर! आप दोनों पहली बार कहां मिले थे?"
"सर! आप दोनों एक दूसरे को कब से जानते हैं?"
"सर! आप दोनों शादी कब रहे हैं??"
इस तरह के ना जाने कितने तरह के सवाल मीडिया करने लगी। पर सारे सवाल कायदे में ही थे। श्लोक किसी सवाल का जबाव नहीं दे रहा था। कुणाल कुछ सवाल के जबाव देता तो कुछ के नहीं देता। श्लोक ने पूरे वक्त अमीषी को गोद में ही रखा था। अमीषी उतरने की बहुत कोशिश कर रही थी पर ब्लोक उसे नीचे उतार ही नहीं रहा था।
कुछ वक्त मीडिया के सामने बिताने के बाद श्लोक अमीषी को यूं ही गोद में लिए लॉन में आ गया। "मुझे वॉशरूम जाना है।" श्लोक के गोद से उतरने की कोशिश करती हुई अमीषी बोली।
श्लोक अमीषी को यूं ही गोद में लिए वॉशरूम की तरफ बढ़ा और उसे लेडीज वॉशरूम के दरवाजे पर उतार दिया। अमीषी अंदर चली गई।
अभी कुछ ही सेकेंड बीते होंगे कि कुणाल वहां श्लोक को बुलाने आया कि सब मेहमान जा रहें हैं और उसे ढूंढ रहे हैं। श्लोक अमीषी को छोड़ कर जाना तो नहीं चाहता था पर कुणाल के बहुत कहने पर लीजा और उसकी टीम को अमीषी के पास छोड़ कुणाल के साथ चला गया।
लॉन में श्लोक सब मेहमानों से मिल रहा था। उन्हें विदा कर रहा था। कुछ ही देर में अमीषी भी लॉन में आई। उसके पीछे लीजा और उसकी टीम भी थी। अमीषी अपने फेवरेट एक्टर साहिल खान के पास गई और उससे हंस हंसकर बातें करने
#Lovestory, #hindistory, #hindikahani
लगी। लीजा और उसकी टीम उसके पीछे ही थी। उन लोगों को अमीषी को किसी भी चीज के लिए रोकने की इजाजत नहीं थी। अमीषी तो श्लोक को जलाने के लिए ही ऐसा कर रही थी।
अमीषी को किसी और से यूं, हंस कर बातें करते देख श्लोक का खून हजार डिग्री तापमान से खौलने लगा। श्लोक को पागल कर देने के लिए इतना ही काफी था। किसी और मर्द की परछाई भी श्लोक को अमीषी पर बर्दाश्त नहीं थी। इधर अमीषी हंसती हुई जैसे ही साहिल खान से हाथ मिलाने को हुई कि किसी ने उसे गोद में उठा लिया। अमीधी ने कोई रिएक्ट नहीं किया क्योंकि वो इस स्पर्श को अच्छे से पहचानती थी। ये श्लोक था। श्लोक बिना कुछ बोले अमीषी को लेकर आगे बढ़ गया।
पार्टी खत्म हो चुकी थी इसलिए किसी ने ज्यादा ध्यान भी नहीं दिया। सबने सोचा कि श्लोक अमीषी से अकेले में टाइम स्पेंड करना चाहता है। अमृता अनिका ने सब मेहमानों को विदा किया। उन्होंने गर्ग फैमिली से आज रात यहीं रूकने को कहा। रात बहुत हो चुकी थी। इसलिए उन लोगों को भी इतनी रात गए पूरी फैमिली के साथ उतनी दूर जाना मुनासिब नहीं लगा तो पूरी गर्ग फैमिली और अमीषी की दोनों फ्रेंड कंचन और रूही अमृता और अनिका के साथ दूसरे विला आ गई।
इधर श्लोक अमीषी को गाड़ी में बैठा कर किसी पागल की तरह गाड़ी चला रहा था। अमीषी चुपचाप बैठी हुई थी जैसे उसे श्लोक के गुस्से से कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था।
दो घंटे के रास्ते को श्लोक ने पैंतालीस मिनट में ही तय कर लिया। पूरे सफर के दौरान ना तो श्लोक कुछ बोला और ना ही अमीषी कुछ बोली। श्लोक ने एक झटके में गाड़ी मेंशन के आगे रोकी और अमीषी को गोद में उठा मेंशन में चला गया।
ब्लोक ने गुस्से में अमीषी को कमरे में ले जाकर बेड पर बैठा दिया और गुस्से से फट पड़ा।
"हाऊ डेयर यू?" गुस्से में दहाड़ उठा श्लोक। इस वक्त श्लोक की आंखें आग उगल रही थी। उसके जबड़े भींचे हुए थे, मुट्ठियां कसी हुई थी, हाथ और माथे की नसें फूल गई थी। अमीषी का किसी और मर्द से हंस कर बातें करना, उससे हाथ मिलाने की कोशिश करना, ये सब श्लोक बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। मानों पागल हो गया था श्लोक। श्लोक को ये बात और ज्यादा गुस्सा दिला रही थी कि अमीषी बिना श्लोक से पूछे और बिना उसे साथ लिए किसी गैर मर्द से मिलने चली गई। अपनी मर्जी से उससे बातें की। क्योंकि श्लोक के हिसाब से अमीषी के पापा और भाई के अलावा एक मात्र वो ही मर्द है जिससे अमीषी बात कर सकती है। इस बात से श्लोक के अंदर एक ज्यालामुखी फट रहा था।
#hindistory, #love, #stories, #storyinhindi
श्लोक के गुस्से को देखकर अमीषी भी सहम गई। डर से उसकी सांसें तेज हो गई। पर अगले ही पल अमीषी ने खुद को संयत कर लिया और बिना श्लोक की बात का जवाब दिए बेड पर से उठकर जाने लगी।
अमीषी की इग्नोरेंस श्लोक के गुस्से को और भड़काने का काम कर रही थी। श्लोक ने अमीषी को कमर से पकड़ कर फिर से बेड पर बैठा दिया और अमीषी के सामने फर्श पर घुटने पर बैठ अपने गर्दन पर हाथ फेरते हुए उसे किसी सनकी की तरह घूरने लगा। अमीषी सहमकर थोड़ा पीछे खिसक गई।
"मना किया था मैं ने तुम्हें किसी से बात करने के लिए। फिर भी तुमने उससे बातें की! उसे छूने वाली थी तुम ! किसी गैर मर्द को!" दांत पीसता हुआ श्लोक बोला।
तभी कमरे में चटाक की आवाज गूंज उठी। अमीषी ने श्लोक के गाल पर थप्पड़ मारा था। श्लोक का चेहरा एक ओर घूमा हुआ था। वो अपनी आंखें बंद कर और मुट्ठियां कस कर अपने गुस्से को काबू करने की कोशिश कर रहा था।
अमीषी गुस्से से चीख पड़ी "क्या बकवास कर रहे हैं आप? किसी से हैंडसेक करना किसी को छूना होता है! अगर में उससे हैंडसेक कर ही लेती तो कौन सी आफत आ जाती? हां! खुद तो दुनिया भर की लड़कियों के गले मिलते रहते हैं और मैं ने जरा सी किसी से बात क्या कर ली? आप तो...... कहते कहते अमीषी चुप हो गई। उसे भी श्लोक पर बहुत गुस्सा आ रहा था।
वहीं ब्लोक जो चेहरा दूसरी तरफ किए, आंखें बंद किए अमीषी की बात सुन रहा था एक झटके में अपनी आंखें खोल दी। उसकी आंखें इस वक्त जलता हुआ अंगारा लग रही थी। श्लोक खड़ा हुआ और एक झटके में अपना ब्लेजर उतार कर फेंक दिया। अगले ही पल शर्ट भी। अमीषी श्लोक को ऐसे देख बेड पर पीछे की तरफ खिसक गई। श्लोक ने एक फ्लावर वॉश उठाया और गुस्से में "नो!" चीखते हुए ड्रेसिंग टेबल के शीशे पर दे मारा। तेज आवाज के साथ शीशा चकनाचूर हो गया। अमीषी ने डर से अपनी आंखें भींच ली।
श्लोक गुस्से में पागलों की तरह चीख चीखकर पूरे कमरे को तहस नहस करने लगा।
"नहीं कर सकती तुम हैंडसेक किसी गैर मर्द से! नहीं छू सकती किसी और को ! ये हक मेरा है। सिर्फ मेरा! समझी तुम ! तुम्हें केवल में छू सकता हूं! केवल में। तुम किसी से बातें नहीं कर सकती! किसी से नहीं! तुम मेरी हो! केवल मेरी! तुम्हें में किसी के साथ बांट नहीं सकता। किसी के साथ नहीं! क्यों तुमने उससे बात की? क्यों?" पागल की तरह चीखते हुए श्लोक ने पूरे कमरे को तहस नहस कर डाला। जाने इतनी छोटी सी बात पर उसे कितना गुस्सा आया था। मुश्किल से तीन चार सेकेंड ही अमीषी ने उस साहिल खान से बातें की थी उस पर श्लोक का ये रिएक्शन था। चंद मिनटों में श्लोक ने उस लग्जरियस कमरे को तहस नहस कर डाला था। मानों अभी अभी कोई भूचाल आया हो उस कमरे में।
#hindistory, #hindistories, #Lovestory, #storyinhindi, #kahani
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें